अतिरिक्त - प्रश्नोत्तर:
प्रश्न1: नील उगाने वाले किसानो की क्या समस्याएँ थी ?
उत्तर : नील उगाने वाले किसानो की प्रमुख समस्याएँ निम्न थी।
(1) किसानों को अपनी सारी उपज को मिल मालिको को सौंपने को विवश किया जाता था ।
(2) किसान जमींदारों की भूमि पर नील की खेती करते थें जों जबर्दस्ती उनकी फसल बगान मालिकों को बेंच देते थें ।
(3) अपनी जमींन का किराया चुकाने के लिए बार बार किसानों को बगान मालिकों से कर्ज लेना पडता था ।
प्रश्न2: 1857 ई0 की क्रांति के विफलता के क्या कारण थें ?
उत्तर : 1857 ई0 की क्रांति के विफलता के निम्न कारण थें।
(1) भारतीय क्रांतिकारी विभिन्न टुकडों एवं स्थानों पर बँटे हुए थें।
(2) भारतीय क्रांतिकारीयों के आस अत्याधुनिक हथियारों की कमी थी जबकि ब्रिटिश शासन के पास अत्याधुनिक हथियार और तोपें थी ।
प्रश्न3: 1857 ई0 की क्रांति के मुख्य कारण क्या थें?
उत्तर:
(1) अंग्रेजों ने पुराने जमींदारों की जमीनें व अधिकार छीन लीए ।
(2) अंग्रेजों ने सहायक व्यवस्था के अंर्तगत भारतीय शासकों से की गई संधिया तोडा। इससे काफी असंतोष बढा ।
(3) डलहौजी की डाक्ट्रीन ऑफ लैप्स की नितियों से झांसी और कई भारतीय शासकों को विद्रोह के लिए प्रेरित किया ।
(4) अंग्रेज अफसर भारतीय सैनिकों को घृणा की दृश्टि से देखते थे। लडाई से लौटने उन्हें भता भी नही मिलता था ।
(5) सैनिकों को अपनी राइफलों में गाय एवं सूअर की चर्बी पाले कारतूस चलाने को कहा गया । इन कारतूसों को चलाने से पहले मूँह से खोलना पडता था । अतः हिन्दू एवं मुसलमान सैनिक भडक उठे और उन्होंने बगावत कर दी।
प्रश्न4 : 1857 ई0 की क्रांति के तत्कालिक कारण क्या थें ?
उत्तर : 1857 ई0 की क्रांति के तत्कालिक कारणों में से प्रमुख कारण था सैनिकों को अपनी राइफलों में गाय एवं सूअर की चर्बी पाले कारतूस चलाने को कहा गया । इन कारतूसों को चलाने से पहले मूँह से खोलना पडता था । अतः हिन्दू एवं मुसलमान सैनिक भडक उठे और उन्होंने बगावत कर दी।
प्रश्न5: ताइपिंग विद्रोह क्या है ?
उत्तर: 1857 में दक्षिणी चीन में एक विशाल जनविद्रोह हुआ जिसे ताइपिंग विद्रोह के नाम से जाना जाता है | यह विद्रोह हाँग जिकुआंग के नेतृत्व में हजारों मेहनतकश, गरीब लोगों ने परम शांति के स्वर्गिक साम्राज्य की स्थापना के लिए लड़ाई लड़ी |
प्रश्न6: हाँग जिकुआंग कौन था और वह किस बात के खिलाफ था ?
उत्तर: हाँग जिकुआंग एक चीनी नागरिक था जिसने धर्मांतरण करके ईसाई धर्म अपना लिया था और वह कन्फ्युशियसवाद और बौध आदि परंपरागत चीनी धर्मों के खिलाफ था |
प्रश्न7: ताइपिंग के विद्रोही कैसे साम्राज्य की स्थापना करना चाहते थे ?
उत्तर: ताइपिंग के विद्रोही एक ऐसे साम्राज्य की स्थापना करना चाहते थे जहाँ ईसाई धर्म को माना जायेगा, जहाँ किसी के पास निजी सम्पति नहीं होगी, जहाँ सामाजिक वर्गों और स्त्री-पुरुष के बीच कोई भेद नहीं होगा, जहाँ अफ़ीम तम्बाकू, शराब के सेवन तथा जुए, वेश्यावृति और गुलामी पर पाबन्दी होगी |
प्रश्न8: ताइपिंग विद्रोह को दबाने के लिए किंग साम्राज्य के बादशाह की मदद कहाँ की सेनाओं ने की थी ?
उत्तर: चीन में तैनात अंग्रेज और फ्रांसिसी सेनाओं ने मदद की थी |
प्रश्न9: 1857 के बाद इतिहास का नया चरण शुरू हुआ | अब पहले वाली नीतियों के सहारे अंग्रेजी शासक शासन नहीं चला सकते है उन्हें बदलाव की आवश्यकता थीं | इस कथन की पुष्टि के लिए पाँच बिन्दुएँ लिखिए |
अथवा
प्रश्न: 1857 के बाद ब्रिटिश शासन ने भारत में क्या-क्या बदलाव किये ?
उत्तर: 1857 के बाद इतिहास का नया चरण शुरू हुआ और अंग्रेजी शासकों ने अपने शासन प्रणाली में निम्नलिखित बदलाव किये |
(i) अंग्रेज सरकार ने भारत के शासन की जिम्मेवारी सीधे अपने हाथों में ले ली | ब्रिटिश संसद ने ईस्ट इंडिया कंपनी के सारे अधिकार ब्रिटिश साम्राज्य के हाथों में सौप दिया |
(ii) देश के सभी शासकों को भरोसा दिया गया कि भविष्य में कभी उनके भूक्षेत्र पर कब्ज़ा नहीं किया जायेगा | भारतीय शासकों को ब्रिटिश शासन के अधीन शासन चलाने की छुट दी |
(iii) भारतीय सेना में भारतीय सिपाहियों का अनुपात कम करने और यूरोपीय सिपाहियों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया गया | मुसलमानों की जमीन और सम्पति बड़े पैमाने पर जब्त की गई |
(iv) अंग्रेजों ने फैसला किया कि वे भारत के लोगों के धर्म और सामाजिक रीती-रिवाजों का सम्मान करेंगे |
(v) भूस्वामियों और जमींदारों की रक्षा करने तथा जमीन पर उनके अधिकारों को स्थायित्व देने की नीतियाँ बनाई गयी |